दर्द से राहत अब आसान: Spine & Back Pain Management by Dr. Charu Sharma

आज के समय में स्पाइन और कमर दर्द जीवन की गुणवत्ता पर गहरा असर डालते हैं। लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल पर काम करना, गलत बैठने की आदतें, भारी वजन उठाना, या उम्र के साथ हड्डियों और मांसपेशियों की कमजोरी – ये सभी कमर दर्द और रीढ़ की हड्डी की समस्याओं के मुख्य कारण हैं। अगर समय रहते सही इलाज न किया जाए तो यह दर्द स्थायी रूप ले सकता है।

Dr. Charu Sharma, अनुभवी स्पाइन विशेषज्ञ, मरीजों को दर्द मुक्त जीवन देने और रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं।

रीढ़ और कमर दर्द के सामान्य कारण (Common Causes of Spine & Back Pain)

  • मांसपेशियों और लिगामेंट्स की कमजोरी – लंबे समय तक गलत पोश्चर में बैठना या खड़ा रहना।
  • डिस्क और हड्डियों की समस्याएं – स्लिप डिस्क, हर्नियेटेड डिस्क, गठिया या रीढ़ की संरचनात्मक दोष।
  • चोट या एक्सीडेंट – रीढ़ की हड्डी या मांसपेशियों में चोट से लंबी अवधि का दर्द।
  • आयु संबंधी बदलाव – उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों की मजबूती और जोड़ों का लचीलापन कम होना।
  • अनुवांशिक कारण – परिवार में रीढ़ और कमर की समस्याओं का इतिहास।

Dr. Charu Sharma द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं (Services Offered)

1. कमर दर्द का इलाज (Back Pain Treatment)

  • फिजियोथेरेपी और व्यायाम द्वारा मांसपेशियों को मजबूत करना।
  • दर्द निवारक दवाओं का सुरक्षित और असरदार उपयोग।
  • गंभीर मामलों में न्यूरोलॉजिकल हस्तक्षेप और माइक्रो सर्जरी।

2. रीढ़ की हड्डी की समस्याओं का समाधान (Spine Care)

  • स्लिप डिस्क और हर्नियेटेड डिस्क का इलाज।
  • स्पाइनल फ्यूजन और स्टेबलाइजेशन सर्जरी।
  • मिनिमली इनवेसिव तकनीकें – छोटे चीरे और तेज रिकवरी।

3. दर्द प्रबंधन (Pain Management)

  • Epidural Steroid Injections
  • न्यूरोमस्कुलर उपचार
  • व्यक्तिगत दर्द प्रबंधन योजना

4. जीवनशैली सुधार और रीढ़ की देखभाल (Lifestyle & Spine Care)

  • सही बैठने, उठने और सोने की आदतों के लिए मार्गदर्शन।
  • वजन नियंत्रण और रोजमर्रा की गतिविधियों में रीढ़ की सुरक्षा।
  • स्ट्रेचिंग और व्यायाम योजना।

Dr. Charu Sharma क्यों चुनें? (Why Choose Dr. Charu Sharma?)

  • विशेषज्ञता और अनुभव – रीढ़ और कमर दर्द के जटिल मामलों में वर्षों का अनुभव।
  • सुरक्षित और प्रभावी इलाज – आधुनिक तकनीक और न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया।
  • व्यक्तिगत देखभाल – हर मरीज की स्थिति और जरूरत के अनुसार उपचार योजना।
  • संपूर्ण देखभाल – प्रारंभिक सलाह से लेकर फॉलो-अप तक।
  • उच्च सफलता दर – गंभीर और जटिल मामलों में भी बेहतरीन परिणाम।