सर्दी-जुकाम, नज़ला और साइनस — ये तीनों नाम हम अक्सर सुनते हैं और ज़्यादातर लोग इन्हें एक ही समझ लेते हैं। लेकिन सच यह है कि इन तीनों के कारण, लक्षण और इलाज अलग-अलग होते हैं। अगर सही समय पर पहचान न की जाए, तो मामूली सर्दी भी गंभीर साइनस संक्रमण का रूप ले सकती है।
सर्दी-जुकाम (Common Cold)
सर्दी-जुकाम एक सामान्य वायरल संक्रमण है जो ऊपरी श्वसन तंत्र (Upper Respiratory Tract) को प्रभावित करता है। यह वायरस के संक्रमण से होता है और आमतौर पर 5 से 7 दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है।
मुख्य लक्षण:
- नाक बहना या बंद होना
- गले में खराश
- छींक आना
- हल्का बुखार और शरीर में दर्द
इलाज:
आराम, पर्याप्त पानी पीना और डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाइयाँ ही पर्याप्त होती हैं।
नज़ला (Allergic Rhinitis)
नज़ला एक एलर्जिक प्रतिक्रिया है, जो धूल, पराग, धुएं, ठंड या मौसम बदलने के कारण होती है। यह वायरल नहीं बल्कि इम्यून सिस्टम की संवेदनशीलता के कारण होता है।
मुख्य लक्षण:
- लगातार छींक आना
- नाक और आंखों में खुजली
- नाक बंद या बहना
- आंखों से पानी आना
इलाज:
एलर्जी ट्रिगर से बचाव, एंटीहिस्टामिन दवाएँ और यदि आवश्यक हो तो इम्यूनोथेरेपी की सलाह दी जाती है।
साइनस (Sinusitis)
साइनस नाक के चारों ओर की हड्डियों में मौजूद हवा की खाली जगहों (sinus cavities) की सूजन है। जब इन कैविटीज़ में संक्रमण या ब्लॉकेज होता है, तो म्यूकस जमा होकर दर्द और दबाव पैदा करता है।
मुख्य लक्षण:
- सिरदर्द या माथे में दबाव
- चेहरे या आंखों के आसपास दर्द
- नाक बंद रहना या भारीपन
- गले में म्यूकस का जमाव
- थकान और बुखार
इलाज:
शुरुआती अवस्था में दवाइयों से राहत मिलती है, परंतु बार-बार होने वाले या क्रॉनिक साइनस के मामलों में Endoscopic Sinus Surgery (ESS) की जरूरत पड़ सकती है।
Kaushik ENT Hospital, Udaipur में उपचार
Kaushik ENT Hospital, Udaipur के निदेशक डॉ. शिव शंकर कौशिक (MBBS, MS ENT) सर्दी-जुकाम, नज़ला और साइनस जैसी जटिल बीमारियों के विशेषज्ञ हैं। अस्पताल में आधुनिक डायग्नोस्टिक तकनीकें जैसे Nasal Endoscopy, CT Scan और Allergy Testing के माध्यम से सही कारण का पता लगाया जाता है।
यहां का उपचार केवल दवाइयों पर निर्भर नहीं है, बल्कि रोगी की जीवनशैली, खान-पान और एलर्जी के स्रोतों को समझकर व्यक्तिगत उपचार योजना तैयार की जाती है। गंभीर मामलों में Functional Endoscopic Sinus Surgery (FESS) द्वारा बिना किसी बड़े कट के सर्जरी की जाती है, जिससे मरीज जल्दी ठीक हो जाता है।
सर्दी-जुकाम और साइनस से बचाव के उपाय
- पर्याप्त पानी पीएं और शरीर हाइड्रेटेड रखें
- धूल और धुएं से बचें
- तापमान में अचानक बदलाव से बचें
- सर्दियों में भाप लें और नाक साफ रखें
- यदि लक्षण 10 दिनों से अधिक रहें, तो तुरंत ENT विशेषज्ञ से सलाह लें


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